हम सभी राष्ट्रकार्य के लिए कर्तव्यबद्ध है- माला ठाकुर

सेवा भारती इंदौर के निवेदिता प्रकल्प का वार्षिकोत्सव “तेजस्विनी” हुआ सपन्न

मां अहिल्या नगरी की 432 कन्याओं का वार्षिक उत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक व शारीरिक कार्यक्रम
(निवेदिता प्रकल्प का प्रदर्शन) “तेजस्विनी” 19 दिसंबर को चिमन बाग मैदान में संपन्न हुआ।
सेवा भारती इंदौर द्वारा बालिकाओं में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वालंबन, आत्मरक्षा, हित रक्षा आदि लेकर निवेदिता प्रकल्प के नाम से उनका प्रबोधन व प्रशिक्षण किया जाता है। निवेदिता प्रकल्प किशोरी बहनों के मध्य चलने वाला साप्ताहिक प्रकल्प है। इंदौर महानगर में निवेदिता के कुल 58 प्रकल्प बस्तियों में संचालित होते हैं इस प्रकल्प में न्यूनतम 12 वर्ष से लेकर महाविद्यालिन बालिकाये सम्मिलित होती है।
जिसमें इन का संपूर्ण विकास हो ऐसे कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण संचालित होते हैं, जिसके अंतर्गत शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास स्वालंबन में मेहंदी, ब्यूटी पार्लर, राखी निर्माण, झालर निर्माण, हर्बल रंग, दीपक सज्जा इत्यादि सिखाया जाता है। संस्कार पक्ष में संस्कार, प्राचीन परंपरा, रीति-रिवाज, आधुनिकता की चकाचौंध से मुक्त होती भारतीय संस्कृति, सामाजिक समरसता आदि सिखाया जाता है।

आज इस कार्यक्रम में प्रतिभागी बहनों ने समता योग, पिरामिड, अखाड़ा, कराटे एवं सामूहिक व्यायाम योग का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी लयबद्ध तरीके से 1 घंटे तक बिना अवरोध हुए दी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उद्योगपति श्रीमती रीना जैन दीदी ने अपने उदबोधन मे कहा की माता पिता को अपने बच्चो को सिर्फ किताबी शिक्षा ही नही बल्कि संस्कार और धर्म की शिक्षा का भी प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए और वह काम सेवा भारती बखूभी निभा रही है, और कहा जिस कार्य मे बच्चों को रुचि हो उसी का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए।
विशेष अतिथि उपमहाअधिवक्ता उच्च न्यायालय इंदौर श्रीमती अर्चना खेर दीदी ने कहा की पुत्रियों को भी शिक्षा मै पुत्र के समान समान अवसर देना चाहिए, क्योकि बेटे को तो अन्य शहर पढ़ने या कार्य करने हेतु भेजा जाता है पर बेटियों को परमिशन नही दी जाती, और इसी कारण प्रतियोगी परीक्षा मे पुत्र आगे रहते है, अगर बालिकाओ को अच्छी शिक्षा के लिए या जॉब के लिए बाहर या अन्य शहर भेजना है तो उन्हे आत्मरक्षक, संस्कार, स्वालंबन् का प्रबोधन व प्रशिक्षण देना चाहिये, जो सेवा भारती दे रही है।
आज लगभग 432 बेटियो ने जो प्रदर्शन किया व तारीफ के काबिल है यह प्रबोधन व प्रशिक्षण सभी किशोरीयो को भी देना चाहिए।
मुख्य वक्ता प्रांत उपाध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद श्रीमती माला जी ठाकुर दीदी ने कहा की वर्तमान चुनोतियों मे स्वावलंबी ,स्वाभिमानी बहन खड़ी हो,
स्वजागरण, स्वसंस्कृति, स्वदेशी की भावना के साथ अधिक से अधिक आत्मनिर्भर बहन बने और उसके लिए सभी को संकल्प भी लेना चाहिए, सेवा भारती इंदौर के माध्यम से भारत के स्वाधीनता का अमृत महोत्सव हमे गौरवशाली इतिहास बनाने का अवसर दे रहा है। साथ ही उन्होंने बताया की भारत की नारियां प्राचीन काल से ही अपना लोहा मनवाती रही है, प्राचीन काल में अरुंधति, अनुसुइया, अहिल्या माता जैसी महान विभूतियों ने भारत का नाम रोशन किया, इसके अलावा स्वराज के लिए बलिदान हुई स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई से लेकर अनेको वीरांगनाओं ने बलिदान दिया। उन्होंने स्त्रियों को अपने ग्रहस्थ जीवन के साथ साथ हम अपने राष्ट्र के लिए भी कर्तव्यब्ध है, इसका बोध कराया।


कार्यक्रम का प्रतिवेदन सेवा भारती महिला मंडल इंदौर अध्यक्ष चारु दीदी ने प्रस्तुत किया एवं आभार सेवा भारती इंदौर उपाध्यक्ष
वीरेंद्र जी बोडाना ने माना। इस कार्यक्रम की संपूर्ण तैयारी निवेदिता प्रकल्प विभाग प्रमुख सुश्री पूजा जी नागर के मार्गदर्शन में हुई,
संपूर्ण कार्यक्रम का प्रबंधन श्री दिनेश जी अग्रवाल व सेवा भारती एवं संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया कार्यक्रम में लगभग 3000 समाज जन की उपस्थिति रही।

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