मांडू में जहां संत रविदास जी ने क्षेत्र जल की कमी को देखते हुए गंगा का आवाहन किया, जो आज भी सम्पूर्ण क्षेत्र के लिए उपयोगी है, उसके विकास कार्यों के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ

मांडू के निकट एक ऐसा दिव्य कुंड है जिसमे वर्ष भर जल रहता है। कहते है इस क्षेत्र जब संत रविदास आए थे तब जल की अत्यधिक समस्या थी, उसे दूर करने के लिए राजपरिवार ने उनसे प्रार्थना की और संत शिरोमणि रविदास जी ने वहां गंगा का एक कुंड में अवतरण कर दिया।संत रविदास जी के इसी कुंड तथा आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए धर्मस्व, आध्यात्म तथा पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर जी, संघ के प्रांत प्रचारक बलिराम पटेल जी तथा संतो व समाज प्रमुख ने भूमि पूजन किया

भूमिपूजन

बलिराम पटेल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश को तोड़ने वाली शक्तियां, विकृति पैदा करने वाली शक्तियां सदैव विद्यमान रही है लेकिन समाज को एक करने वाली शक्तियां भी सदैव समाज का मार्गदर्शन करती रही है। संत शिरोमणि रविदास उन्ही में से एक है। आज भी कई देश विरोधी शक्तियां समाज को तोड़ने का कार्य कर रही है, हमें समाज को समरस करना है यही संत रविदास का मार्ग है।

भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते संघ के प्रांत प्रचारक बलिराम पटेल

विदित हो कि कुंड क्षेत्र का 53 लाख रुपए की लागत से सौंदर्यीकरण किया जा रहा है जिनमे कुंड के साथ ही दिवस बसेरा, जन सुविधा, फेंसिंग और सौंदरीयकरण जैसे विविध कार्य होने है।मंत्री उषा ठाकुर जी ने संबोधित करते हुए कहा कि इन विकास कार्यों के साथ ही आसपास के ग्रामीण जन अपनी भूमिका को समझे। विकास कार्य से भौतिक उन्नति होगी, आध्यात्मिक उन्नति के लिए यहां ग्रामीण जन रामायण इत्यादि के पाठ का आयोजन कर सकते है। हम सभी को संत रविदास जी का मार्ग अपनाना है जो समरसता का है परोपकार का है।

भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करती धर्मस्व,पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकूर

कार्यक्रम में संतगण,सामाजिक संगठनो के प्रमुख, समाज प्रमुख बड़ी संख्या में उपस्थित रहें।

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