राजगढ़। भारतीय संस्कृति हजारों वर्षो से आज भी विश्व के कई देशो में मान्यता प्राप्त है। भारत अपनी संस्कृति के आधार पर विश्व गुरू के पद पर आसिन था। भारत ने कभी शस्त्रों के बल पर विश्व पर राज नही किया अपितु सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, ज्ञान-विज्ञान के आधार पर सम्पूर्ण विश्व का सदैव मार्गदर्शन किया। उक्त बाते महाराणा श्री बख्तावरसिंह स्मृति व्याख्यानमाला समिति द्वारा मंगलवार रात्रि में ओसवाल धर्मशाला में आयोजित एक दिवसीय व्याख्यानमाला आयोजन में \”विश्व पटल पर उभरता भारत\” विषय पर मुख्य वक्ता डॉ. विकास दवे (प्रबंध सम्पादक देवपुत्र) ने कहा की आज भारत विश्व पटल पर तेजी से उभर रहा है। भारत के ज्ञान-विज्ञाना, चिकित्सा, आध्यात्म, जीवन, मुल्य भारतीय प्रतिभा आज विश्व प्रसिद्ध हो रहें है। वर्तमान की विभिन्न घटनाओं- व्यक्तीयों का उल्लेख करते हुए उन्होेंने बताया की हमारी भारतीय संस्कृती के आधार, वेद-पुराण, रामायण, गीता, आदी से प्रेरणा लेकर विश्व के विख्यात व्यक्ती और जैसे – ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, जापान आदी देशों में भी भारतीय जीवन मुल्य अपनायें जा रहें है। इस्लामी राष्ट्र इंडोनेशिया भी अपनी एयरवेज सेवा का नाम गरूड़ एयरवेज तथा वहां की मुद्रा पर श्री गणेश का चित्र अंकित करता है। मलेशिया में आज भी रामायण-महाभारत का पाठ होता है तथा नाटकों का मंचन होता है। जबकी अपने देश में हमारी संस्कृती के प्रति नकारात्मक भाव पैदा करने का षड़यंत्र जारी है। फिर भी आज भारत सांस्कृतीक आधार पर विश्व पटल पर तेजी से उभर रहा है। आज भी ऐसे विचार यज्ञ के अध्याय से भारतीय मुल व संस्कारों पुनः जीवित करने के लिए प्रेरणादायक प्रयास किए जा रहें है। हमारे देश में यह परंपरा सी बन गई है की हमारे देश के नागरिक नकारात्मक सोच ग्रसित हो चुके हैं। हमारा देश जो निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है, जिसके समक्ष दुनिया के तमाम राष्ट्र एवं राष्ट्राध्यक्ष नतमस्तक हो रहे हैं जो इस देश की संस्कृति से प्रभावित हैं। इस देश की विशालता और इस देश की विशेषताओं से प्रभावित हैं और इसी परिदृश्य में आज हमारा भारत देश निरंतर उन्नति की ओर बढ़ रहा है और संपूर्ण विश्व को नेतृत्व देने हेतु तत्पर है। आयोजन में डॉ. दवे ने यह भी कहा की हमारे भारत देश के नेतृत्व में दुनिया के सभी देश चलने को आतुर है इसके बाद भी भारत देश के आमजन भारत की शक्ति को नकारते हुए नकारात्मक भाव से भरे होकर हमारे भारत देश को और दुनिया से छोटा समझते हैं। इसी नकारात्मक सोच को समाप्त करने और भारत देश की शक्ति सामर्थ्य और बहु विधाओं से परिचित करवाने हेतु समिति द्वारा राजगढ़ नगर में यह छोटा सा आयोजन किया गया।
व्याख्यानमाला आयोजन का शुभारंभ महराणा बख्तावर सिंह के एवं भारत माता के चित्र माल्यार्पण कर किया गया। आयोजन की अध्यक्षता नगर के समाजसेवी डॉ. सुनील मंडलेचा ने की। साथ ही व्याख्यानमाला समिति के अध्यक्ष योगेश जोशी भी मंचासीन रहे। अतिथियों का स्वागत समिति के संरक्षक राजेश मुणत एवं राजेश व्होरा, अध्यक्ष योगेश जोशी, उपाध्यक्ष संजय रघुवंशी, सचिव अमित जैन, सहसचिव संदीप सराफ, कोषाध्यक्ष प्रमोद शर्मा, कार्यकारिणी मुकेश सोलंकी, डॉ. एनके कुमावत, दीपेश गर्ग, हुकमसिंह रेवर, मनीष खाबिया, संजय मेहता, डॉ. विनोद पटेल एवं सावन कर्मा ने शॉल श्रीफल भेटकर किया। कार्यक्रम में नगर की समामाजिक, धार्मिक एवं राजनितिक संस्थाओ के गणमान्य नागरिक, प्रबुद्धजन, व्यापारि बंधु, मातृशक्ति एवं स्कूली विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन समिति के मुकेश सोलंकी ने किया एवं आभार समिति सचिव अमित जैन ने व्यक्त किया।