भोले भाले हिन्दू परिवारों ईसाई बना रहे ईसाई मिशनरी

लालच और सुविधाओं के बदले इसाई बना रहे इसाई मिशनरी के लोग हमारे   भोले भाले हिन्दू परिवारों  को  विदेशी धन से संचालित ईसाई मिशनरी भारत में अपना गोरखधंधा धड़ल्ले से चला रहे हैं | भारत बहुत पहले से ही ईसाई मिशनरियों के निशाने पर रहा है | विशेष कर भारत का भोला भाला अनुसूचित जाति और जनजाति समाज उनके लिए आसान शिकार बना | वर्षों की गुलामी के बाद भारत इन मिशनरियों के लिए खुला मैदान बन चुका था  | इस दौरान भारत में ईसाई धर्मांतरण के बड़े प्रयास हुए | भारत में क्रिश्चियन कन्वर्जन के लिए यूरोप और अमेरिका से धन की नदी नदियां बह रही थी | जनजातिय क्षेत्र में लालच और सुविधाओं के बदले धड़ल्ले से ईसाईकरण किया गया

क्रिश्चियन कन्वर्जन के लिए चंगाई सभाएं  ईसाई मिशनरी चमत्कारों की धोखाधड़ी पर भी उतर आए हैं | क्रिश्चियन कन्वर्जन के लिए चंगाई सभाएं आयोजित की जाती हैं | चंगाई सभाओं की इन दुकानों मे मिलीभगत से गंभीर बीमारियाँ ठीक करने का नाटक किया जाता है और  रोगी, पीड़ित और दुखी लोगों को झूठी सांत्वना दे धर्म परिवर्तन करवा दिया जाता है |  

ईसाई मिशनरियों के इन षड्यंत्रों से मालवा क्षेत्र भी अछूता नहीं है | जनजाति ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी धर्मांतरण के रैकेट चलाए जा रहे हैं | जोशुआ प्रोजेक्ट की वेबसाइट ने  साफ लिखा कि वह भारत के 6 करोड लोगों तक पहुंच चुके हैं | वे दावा करते हैं कि 100 में से चार भारतीय अपना धर्म बदल रहे हैं | साइबर विशेषज्ञ बताते हैं कि यह वेबसाइट पिछले 24 वर्षों से अमेरिका से संचालित हो रही है जिसके मालिक का कोई अता-पता नहीं है | इसका उद्देश्य धर्मांतरण के साथ जगह-जगह चर्च बनवाना, इसके चलते पिछले 4 वर्षों में चर्चों की संख्या भी दोगुनी हो चुकी है |

     कनवर्ज़न की कई घटनाएं हमारे आसपास भी घट रही है, जो चिंताजनक है |  खरगोन जिले के खलबुजुर्ग ग्राम में कनवर्ज़न के लिए ईसाई पास्टर और कुछ अन्य साथी गुजरात से आए | यहाँ एक हिंदू परिवार मे उन्होंने बीमारी ठीक करने के बहाने हिंदू महिलाओं के सुहाग के हिंदू चिन्ह जैसे बिंदिया मंगलसूत्र इत्यादि उतरवा दिए | वहाँ लगे और देवी देवताओं के चित्रों पर कपड़ा डलवा दिया | सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के लोग वहां पहुंचे और उन्होंने इस गतिविधि को रोका और ग्रामवासियों को समझाया |

हाल ही में कन्वर्जन के मामले सामने आये जिन्हें हिदू  संघठनो ने तत्परता दिखाते उनकी शिकायत के साथ उन पर रोक लगवाई  बुरहानपुर के डालमहू गाँव में धन और मकान का लालच देकर धर्म परिवर्तन की साजिश रची जा रही थी | वहाँ से तीन ईसाई मिशनरी पकड़े गए | ये लोग धर्म बदलने के लिए नकद रुपये देने के लिए भी तैयार थे |

    अपने काम को अंजाम देने के लिए ईसाई मिशनरी किसी की मौत को भी भुनाने पीछे नहीं रहते | बलकवाड़ा क्षेत्र के चीचली गाँव में इन मिशनरियों ने हिंदू परिवार को झांसे में लेकर उनके मृतक सदस्य का अंतिम संस्कार ईसाई तौर तरीके से कर डाला

    यही नहीं यह मिशनरी अनैतिक कार्यों में भी लिप्त पाए गए है | मुंबई से झाबुआ आई एक महिला ने माधोपुर निवासी इसाई पास्टर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया | महिला ने बताया कि उसे समाज सेवा का कार्य करने का झांसा  देकर के यहां बुलाया था, जिसके बाद से वह पास्टर धोखे से उसके साथ दुष्कर्म करता रहा |

  ऐसा नहीं है की ये घटनाएं केवल ग्रामीण इलाके मे ही घट रही है  |  बात की जाय  मध्य प्रेदश की  वेव्सयिक राजधानी   इंदौर की  तो वंहा भी  लसुड़िया इलाके मे तीन मिशनरीयों को गिरफतार किया गया है | ये आर्थिक रूप से कमजोर एक हिंदू परिवार को पाँच लाख रुपये और बच्चों की पढ़ाई का लालच दे कर ईसाई बनाने का प्रयास कर रहे थे | इनके पास से जब्त हुई डायरी मे पाँच सौ हिंदू व्यक्तियों के नाम लिखे हुए थे  |

 गत दिनों इंदौर में एक क्रिश्चन नेता की साजिश का भी पर्दाफाश हुआ है। वह लोगों को फ्री एजुकेशन, प्लॉट और पैसों का प्रलोभन दे रहा था ।

     इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र के बापट चौराहे पर पॉस्टर थॉमस मैथ्यू कथित रूप से तंग बस्तियों की महिलाओं के सामने हिंदू धर्म और देवी देवताओं की बुराई कर के धर्मांतरण करवा रहा था ।यहाँ तक की इस व्यक्ति ने हनुमान चालीसा फाड़ने का प्रयास भी किया |

साफ है की इंदौर जैसे शहरी क्षेत्रों मे भी ईसाई मिशनरी सक्रिय हैं और कई पकड़े भी गए हैं |

    वर्तमान सरकार ने आर्थिक गड़बड़ियों  के चलते कई एन जी ओ पर पर रोक लगाई है | इनमे से कई एँ जी ओ  इन मिशनरियों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहायक थे | इस प्रतिबंध के लगाए जाने से भारत मे कनवर्ज़न के लिए आने वाले धन का प्रवाह कम तो हुआ, लेकिन सारे स्रोत बंद नहीं हुए हैं | वैसे भी यह दीमक देश में इतनी फैल चुकी है, कि समाज के स्वस्फूर्त और संगठित प्रयासों से ही समाधान निकाल सकेगा |

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