हाल ही मे मप्र के बड़वानी जिले के गाँव देवाडा से ईसाइयों द्वारा हिन्दुओ के धर्मांतरण की घटना सामने आई हैं ,महाराष्ट्र के धुले से अरविन्द पिपलोदे एवम नंदाबाई नामदेव पान पाटिल आकर भोले भले हिन्दुओ को धन व संसाधन का प्रलोभन देकर व हिन्दू देवी देवताओ को हीन बताकर व यीशु को ही मुक्ति का एकमात्र मार्ग बताकर बहुत समय से धर्म परिवर्तन का कार्य ठीकरी व उसके आसपास के क्षेत्र मे करते आ रहें हैं ,इस बार वे ठीकरी समीपस्थ ग्राम देवाड़ा मे सुनील के यहाँ धर्म परिवर्तन का कार्य कर रहें थे ,तभी पता चलने पर गाँव के लोग हिन्दू संघठनों के साथ पहुंचे ,जिन्हे देकर धर्म परिवर्तन कराने आए अरविन्द पिपलोड़े व नंदबाई तो भाग निकले किन्तु पुलिस को धर्म परिवर्तन मे उपयोग की जाने वाली सामग्री व धर्म परिवर्तन संबंधी नारे भी प्राप्त हुए ,बाद मे ग्रामीणों व हिन्दू संगठनों ने पुलिस थाने जाकर इस मामले पर एफ आई आर दर्ज करवाई एवं संबंधित अधिकारी से कार्यवाही की मांग की ,
लेकिन इस पूरे प्रकरण पर अब हिन्दुओ को जातियों मे बांटने की राजनीति शुरू हो गई हैं ,विधायक हीरालाल अलावा ने विधानसभा के बजट सत्र मे ग्रामीणों एवं हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओ पर निराधार आरोप लगाए व विधानसभा मे कहा कि ग्रामीणों व हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओ ने उस घर मे जाकर जहां केवल यीशु की प्रार्थना हो रही थी वहाँ हाथापाई व मारपीट की ,जिसके कारण घर मे आई एक मेहमान लीलावती जो गर्भवती थी वह पेट के बल गिर गई उसे चिकित्सालय ले जाया गया ,बच्चे का जन्म हुआ किन्तु उस बच्चे की चोट लगने के कारण एक दिन बाद मृत्यु हो गईं ,विधायक अलावा के आरोप पर विधानसभा ने बड़वानी पुलिस से इस प्रकरण के बारे मे जवाब मांगा ,इसपर बड़वानी पुलिस ने कहा की सभी आरोप निराधार हैं ,पुलिस ने आगे कहा कि इस प्रकरण के समय भी भीम आर्मी व जयस कार्यकर्ताओ ने पुलिस कार्यालयों का घेराव कर यही आरोप लगाया था जिसपर हमने दफनाए हुए बच्चे को फिर से निकालकर पोस्ट मार्टम किया था ओर उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं था,डिलीवरी भी नोरमेल ही हुई थी ,पुलिस ने कहा कि हमने आस पास के कई लोगों के बयान भी लिए उन्होंने भी कहा की कोई हाथापाई नहीं हुई थी । तो फिर जब पुलिस ने पहले ही सब बता दिया था तो क्यों हीरालाल अलावा ने विधानसभा मे यह प्रश्न उठाया क्योंकि हीरालाल अलावा हिन्दू घृणा की ओर हिन्दूओ को तोड़ने की राजनीति करते हैं ,ये भर्त को तोड़ने की बात करते हैं ओर भिलिस्तान की मांग भी करते हैं लेकिन अलावा जी अब वनवासी जाग गया हैं ओर अब वो आपको प्रलोभनों ओर धमकी मे नहीं आने वाला ।। वह अब गर्व से गा रहा हैं आमू आखा हिन्दू छे ,हिन्दू आखा एक छे ।।