NIA और ED ने 22 सितंबर 2022 की रात को इंदौर और उज्जैन से PFI के 4 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। इंदौर से PFI के प्रदेशाध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला, मोहम्मद जावेद बेलिम और अब्दुल खालिद को गिरफ्तार किया था। वहीं, उज्जैन से जमील शेख को हिरासत में लिया गया था। इनके पास से कई तरह के भड़काऊ दस्तावेज भी जब्त किए थे।
देश भर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों पर राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई के बाद इसके अधिकांश सदस्य भूमिगत हो गए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में इसके हजारों सदस्य होने की बात सामने आ रही है। इनमें महिलाओं से लेकर विद्यार्थी तक शामिल हैं। खुफिया विभाग इन पर निगरानी रख रही है।
बता दें कि इसी साल रामनवमी में इंदौर के खरगोन में हिंदुओं के खिलाफ दंगे भड़के थे। इस दौरान भी दंगों में PFI की भूमिका पर संदेह जताया गया था। इंदौर के खरगोन में रामनवमी की शोभा यात्रा के दौरान मस्जिदों से हमले किए गए थे। इसके बाद हिंदुओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया था।
अब खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि अकेले इंदौर में ही PFI के हजारों सदस्य हैं। इनमें इसके 52 (किसी-किसी रिपोर्ट में 85) सक्रिय सदस्य हैं, जो PFI और उसके राजनीतिक विंग SDPI के कार्यक्रमों में नियमित रूप से भाग लेते हैं। NIA की कार्रवाई के बाद इसके अधिकांश सदस्य या तो भूमिगत हो गए हैं या फिर कार्रवाई से बचने के लिए अपना स्थान बदल लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया विभाग ने PFI से जुड़े इंदौर के 85 सक्रिय लोगों की सूची बनाकर उन पर निगरानी बढ़ा दी है। इनका एक डोजियर तैयार किया गया है, जिनमें उनके नाम, काम, मोबाइल नंबर, परिजन, दोस्तों आदि की पूरी जानकारी है। इसमें से अधिकांश का ठिकाना सदर बाजार, मल्हारगंज, छत्रीपुरा और आजाद नगर थाना क्षेत्र है।
इसके बाद इन संदिग्धों के संबंधित थानों को सूचित किया गया और उन पर पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। NIA की छापेमारी और पुलिस की सक्रियता देख इसके अधिकांश सदस्य भूमिगत हो गए। कई लोगों के घरों पर ताले लटक रहे हैं। हालाँकि, पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है कि यहाँ से जाने के बाद ये लोग कहाँ छुपे हैं।
NIA ने छापेमारी कर PFI के सक्रिय सदस्य अब्दुल खालिद और मोहम्मद जावेद बेलिम के घर कई मोबाइल फोन और लैपटॉप को जब्त किया है। खालिद के घर से 9 मोबाइल, जावेद के घर से 8 मोबाइल और एक लैपटॉप और अब्दुल करीम बेकरीवाला से एक लैपटॉप बरामद किए हैं। NIA इनके घरों के मोबाइल नंबर को कई दिनों से ट्रैक कर रही थी।
इन मोबाइल पर कई सोशल मीडिया ग्रुप मिले हैं, जिनमें महिलाएँ और कॉलेज के स्टूडेंट भी शामिल हैं। इन ग्रुप में PFI से जुड़ी गतिविधियाँ वायरल की जाती थीं। अब्दुल करीम बेकरीवाला बेकरी में टोस्ट बनाने का काम करता था, लेकिन पिछले कई सालों से वह PFI से जुड़ा था। वह PFI का प्रदेश अध्यक्ष है।
वहीं, चूड़ी बेचने वाला मोहम्मद जावेद बेलिम PFI का कोषाध्यक्ष है और वही पैसे का लेनदेन करता था। यह PFI से जुड़े युवाओं की कानूनी मदद के लिए पैसे जुटाने का काम करता था। अब्दुल खालिद का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। पाकिस्तान से उसे किस तरह की सहायता मिलती थी, एजेंसी इसकी जाँच कर रही है।
बता दें कि NIA और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 22 सितंबर 2022 की रात को इंदौर और उज्जैन से PFI के 4 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। इंदौर से PFI के प्रदेशाध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला, मोहम्मद जावेद बेलिम और अब्दुल खालिद को गिरफ्तार किया था। वहीं, उज्जैन से जमील शेख को हिरासत में लिया गया था। इनके पास से कई तरह के भड़काऊ दस्तावेज भी जब्त किए थे।
साभार- ऑपइंडिया ,पत्रिका