2000 वर्षों से दुनिया ने सुख और शांति लाने के लिए बहुत सारे प्रयोग किए हैं. सभी ने भौतिकवाद, साम्यवाद और पूंजीवाद का भी उपयोग किया और विभिन्न धर्मों को आजमाया, उन्हें भौतिक समृद्धि तो मिली है, लेकिन संतुष्टि नहीं मिली. अब सभी को भारत से उम्मीद है.
– डॉ. मोहन भागवत जी, सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ