हाेशंगाबाद/पिपरिया
नवश्री ठाकुर इंस्पायर अवाॅर्ड में चयनित हुए 60 बाल वैज्ञानिकाें में अव्वल आई हैं।
पिपरिया से लगे गांव डाेकरीखेड़ा में रहने वाली नवश्री ठाकुर इंस्पायर अवाॅर्ड में चयनित हुए 60 बाल वैज्ञानिकाें में अव्वल आई हैं। नवश्री के माता- पिता मजदूरी करके परिवार की जरूरतें पूरी करते हैं। मजदूरी पर जाने के लिए नवश्री की मां सहित गांव की अधिकांश महिलाओं काे सुबह जल्दी उठकर घर के काम निपटाना पड़ते हैं, ऐसे में घर के कामाें में भागदाैड़ के तुरंत बाद मजदूरी का कठिन काम करना महिलाओं के लिए मुश्किल हाेता है। अपनी मां और गांव की महिलाओं की समस्या देखते हुए नवश्री ठाकुर ने इंस्पायर अवाॅर्ड में रसाेई में एक साथ कई काम करने वाली कम लागत की मशीन बनाई। नवश्री की यह मशीन अब मप्र और हाेशंगाबाद की पहचान बन गई है।
विज्ञान और प्राैद्याेगिकी मंत्रालय की इंस्पायर अवाॅर्ड प्रतियाेगिता में देशभर से चुने गए विज्ञान माॅडल में नवश्री की यह मल्टी टास्किंग मशीन प्रथम स्थान पर है। बुधवार को जब पिता बसोड़ीलाल ने घर में रखी शक्कर बांट कर गांव वालों का मुंह मीठा कराया। इंसपायर अवाॅर्ड प्रभारी सुरेश मिश्र ने बताया 2008 से शुरु हुई इंस्पायर अवाॅर्ड प्रदर्शनी में यह पहली बार है जब जिले के बाल वैज्ञानिक काे राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
नवश्री ठाकुर
ऐसी है नवश्री की मल्टी टास्किंग मशीन और उसके फायदे
- मल्टी टास्किंग किचन मशीन लकड़ी से बनी हाथ से चलाई जा सकने वाली मशीन है, जिसमें बिजली या अन्य खर्च नहीं जुड़ता और यह किफायती है।
- मशीन से एक ही बार में राेटी बेलने, सब्जी काटने, जूस निकालने, मसाले दरदरे करने जैसे 8 काम एक बार में किए जा सकते हैं।
- मशीन में लगने वाले सांचे बदलकर इसमें पापड़ बनाने, नारियल ताेड़ने, बड़े फलाें का जूस निकालने, अखराेट ताेड़ने जैसे 22 काम एक साथ किए जा सकते हैं।
माता-पिता, शिक्षक का सहयाेग
गर्ल्स स्कूल पिपरिया में 10वीं की छात्रा नवश्री बताती हैं कि मां रजनी बाई और पिता बसाेड़ीलाल के साथ 4 भाई बहनाें का परिवार है। मां के काम पर जाने के कारण कई बार मां काे ज्यादा थकान हाे जाती थी ताे कई बार घर के काम अधूरे ही रह जाते थे। ऐसे में इंस्पायर अवाॅर्ड प्रतियाेगिता में नवश्री ने विज्ञान शिक्षक आराधना पटेल काे कई काम एक साथ करने वाली मशीन बनाने की साेच बताई। लकड़ी का काम करने वाले पूर्व छात्र राजू काे बताकर मशीन बनाई। नवश्री पहले जिला फिर संभाग स्तर पर चयनित हुई। 4 से 8 सितंबर तक नेशनल इंस्पायर अवाॅर्ड के लिए चुने बाल वैज्ञानिकाें के माॅडल देखे गए। 2 साल पहले बनाए मॉडल का परिणाम बुधवार को घाेषित किया गया।