आगामी 21 नवंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में संत ईश्वर फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय सेवा भारती के सहयोग से संत ईश्वर सम्मान समारोह वर्ष 2021 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गाें हेतु जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे संगठनों एवं व्यक्तियों को सम्मानित करेंगे। माननीय केंद्रीय जनजातीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा, पद्मभूषण विजय पांडुरंग भटकर कुलपति नालंदा विश्वविद्यालय एवं अन्य कई गणमान्य व्यक्ति इस समारोह में उपस्थित रहेंगे।
संत ईश्वर सम्मान निर्णायक मंडल में श्री एस. गुरुमूर्ति सी.ए., स्वदेशी जागरण मंच; निदेशक (भारतीय रिजर्व बैंक), श्री प्रमोद कोहली- से.नि. मुख्य न्यायाधीश (सिक्किम उच्च न्यायालय); से.नि. अध्यक्ष- केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट), पद्मश्री जवाहरलाल कौल- वरिष्ठ पत्रकार व अध्यक्ष, जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र, पद्मश्री रामबहादुर राय- अध्यक्ष, इंदिरा गाँधी कला केंद्र; वरिष्ठ पत्रकार श्री पन्नालाल भंसाली – अध्यक्ष, राष्ट्रीय सेवा भारती, श्री गुणवंत कोठारी अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं श्री कपिल खन्ना- ट्रस्टी, संत ईश्वर फाउंडेशन, अध्यक्ष, संत ईश्वर सम्मान समिति हैं।
संत ईश्वर सम्मान समिति महासचिव सुश्री वृंदा ने संत ईश्वर सम्मान की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2015 से प्रारंभ होकर संत ईश्वर सम्मान द्वारा प्रतिवर्ष ऐसे संगठनों एवं व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है, जो समाज की नजरों से दूर निस्वार्थ भाव से समाजसेवा का कार्य कर रहे हैं। यह सम्मान व्यक्तिगत एवं संस्थागत रूप से मुख्यतः चार क्षेत्रों-जनजातीय कल्याण, ग्रामीण विकास, महिला-बाल कल्याण एवं विशेष योगदान (कला, साहित्य, पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा) में तीन श्रेणियों के अंतर्गत दिया जाता है, जो इस प्रकार से हैं:- विशेष-सेवा सम्मान (1), विशिष्ट-सेवा सम्मान (4) एवं सेवा सम्मान (12)। इनमें क्रमशः शॉल, ₹ 5 लाख राशि प्रत्येक, एवं ₹ 1 लाख राशि प्रत्येक एवं सभी विजेताओं को शॉल, ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र व प्रतीक-मुद्रा सहित प्रत्येक वर्ष कुल ₹ 32 लाख की धनराशि से व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया जाता है। विगत वर्षाें में संस्था द्वारा 67 व्यक्तियों/संस्थाओं को सम्मानित किया जा चुका है और इनमें से 6 व्यक्तियों/संस्थाओं को बाद में भारत सरकार ने भी पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया है।