सज्जन शक्ति और स्वयंसेवकों के प्रयत्न से होगा समर्थ भारत का निर्माण – श्री विस्पुते खरगौन- 12 अगस्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की द्विदिवसीय प्रान्त बैठक के उद्घाटन सत्र में क्षेत्र प्रचारक श्री दीपक जी विस्पुते जी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा संघ कार्य को चलते चलते दसवां दशक पूर्णता की ओर अग्रसर है इतने वर्षों तक हमने अपनी शाखा पद्धति के माध्यम से आगे बढे है आगे भी इसी शाखा पद्धति पर पूर्ण विश्वास रखते हुए हम आगे बढेंगें | कोरोना काल में शाखाएं नहीं लग रहीं थी पर संघ था और संघ का कार्य भी सतत हो रहा है इस कठिन समय में भी स्वयंसेवक अपने प्राणों की चिंता न करते हुए दिन रात समाज की सेवा में लगे रहे. आज समाज को दिशा देने वाले लाखों कार्यकर्ता समाज कल्याण के कार्यो में लगे है आने वाले समय में ऐसे योग्य कार्यकर्ता मिलते रहें इसलिए शाखा पद्धति को मजबूत रखने की आवश्यकता है आगामी समय में सभी बस्ती और मोहल्ले में शाखा पहुंचे इसका प्रयास हमें करना चाहिए इतने वर्षों से संगठन करते – करते समाज परिवर्तन का कार्य करना ही हमारा लक्ष्य है हमारी दृष्टि केवल संघ बढाने तक सीमित नहीं है संघ कार्य विस्तार के साथ साथ समाज परिवर्तन की हमारी दृष्टि संघ के प्रारम्भ काल से ही रही है | समाज के बीच काम करने वाली एक बहुत बड़ी सज्जन शक्ति है जो अहर्निश समाज के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है समाज की इस सज्जन शक्ति और संघ के स्वयंसेवको के सम्मिलित प्रयत्नों से सक्षम और दिग्विजयी भारत का निर्माण करना है | समाज के इस कार्य के लिए नए नए स्वयंसेवकों का निर्माण करते हुए पुराने स्वयंसेवकों को सक्रीय करने की आवश्यकता हैं |सागर में मछलियाँ जितनी हलचल करती है उतना ही सागर स्वच्छ रहता है ठीक इसी प्रकार समाज को ठीक रखना हैं तो स्वयंसेवकों की सक्रियता आवश्यक हैं | समाज में भिन्न प्रकार में मत पंथ सम्प्रदाय और भिन्न भिन्न समाजों के बीच में सद्भाव के साथ समाज कल्याण के कार्य में अग्रसर होने की आवश्यकता है | समाज की सहभागिता के साथ संघ ने कई गतिविधियाँ प्रारम्भ की है | पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के सार्थक प्रयास करने चाहिए जिससे परिवारों की पर्यावरण के पोषण में भूमिका बने | हमारी कुटुम्ब व्यवस्था को और मजबूत और संस्कारित करने की आवश्यकता है हमारे सभी संवैचारिक संगठनों के साथ मिलकर अपने क्षेत्र की समस्याओं शिक्षा स्वास्थ्य की सर्वत्र उपलब्धता और व्यसन, कुपोषण जैसी समस्याओं का अध्ययन करके उनके निराकरण का प्रयास करना चाहिए|| भारत की स्वतंत्रता के ७५ वा वर्ष प्रारंभ हो रहा है अंग्रेजों ने सत्ता प्राप्ति के साथ साथ भारत की अस्मिता पर आक्रमण किया उन्होंने हमारी संस्कृति को नष्ट भ्रष्ट करने का प्रयास किया अग्रेजों से भारत को मुक्त कराने के लिए सम्पूर्ण समाज ने प्रतिकार किया ये लड़ाई राजनैतिक नहीं थी यह स्वत्व की लड़ाई थी | डॉ हेडगेवार संघ के माध्यम से समाज परिवर्तन के अभिलाषी थे हम सभी आगामी तीन वर्षों में सजग, सक्रिय और सतर्क समाज खड़ा करते हुए डॉ जी के सपनों का भारत दिग्विजयी भारत , समर्थ भारत खड़ा करें ऐसी सभी से अपेक्षा है प्रान्त बैठक का शुभारम्भ में मा. प्रान्त संघचालक डॉ प्रकाश जी शास्त्री , प्रान्त कार्यवाह श्री शम्भू जी गिरी और क्षेत्र प्रचारक श्री दीपक जी बिस्पुते ने भारत माता के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया तथा बैठक के प्रारंभ में कोरोना काल में दिवंगत हुए स्वयंसेवको तथा समाज बंधुओं को श्रद्धांजलि दी गयी

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मंचस्थ बाये से क्षेत्र प्रचारक दीपक विसपूते जी ,प्रान्त संघचालक प्रकाश जी एवं प्रांत कार्यवाह शंभू गिरी जी
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उद्घाटन सत्र मे दीप प्रज्वलन करते अधिकारी

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