PFI की मध्यप्रदेश के उज्जैन में घुसपैठ

तथाकथित उग्रवादी संगठन पीएफआई उज्जैन में बढ़ा रहा अपनी पैठ

pfi [ पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया ] ने अपना स्थापना दिवस उज्जैन में पांच अलग अलग स्थानों पर मनाया और अपना झंडावंदन किया ….किसी संगठन के स्थापना दिवस में ऐसी कोनसी बात हैं जो आपके लिए सुनना जरूरी हैं तो पहले पफी के बारे में जान लीजिये pfi वही संगठन हैं जिसने caa nrc विरोधी आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी ,विशेषकर षहीनबाघ का आंदोलन ,,,,शाहीनबाग आंदोलन को याद कीजिये ,जिस सड़क परं यह आंदोलन हो रहा था उसके पास ही pfi का कार्यालय था और शाहीनबाघ आंदोलन में pfi द्वारा फंडिंग का मामला सामने आया था केवल आंदोलन नहीं बल्कि आंदोलन का अंत जिस दिल्ली दंगे से हुआ उसकी प्लानिंग के भी आरोप इसी संगठन पर हैं …… उत्तर प्रदेश में हुई कई हिन्दू विरोधी घटना के बाद राज्य सर्कार ने इस पर रोक लगाने की मांग की थी ,pfi को आतंकी संगठन सिमी का नया रूप कहा जाता हैं उसका कारण यह हैं की सिमी पर प्रतिबंध के बाद pfi की स्थापना हुई और सिमी में जो नेता उच्च पदों पर थे वही pfi में उच्च पदों पर आसीन हुए , pfi द्वारा हुई कई घटनाओ के कारण इसे वैमनस्य बनाने वाला संगठन कहते हैं ……pfi के गठन के बाद से ही इसपर आतंक फैलाने ,जबरन धर्म परिवर्तन करने,हथियार रखने की बाते सामने आ रही हैं …..२०१३मे कन्नूर पुलिस ने नरथ से हथियार बनाने में लगें हुए pfi के २१ सदस्यों को कैंप से गिरफ्तार किया …एक सोल्लगे के प्रिंसिपल ने मौलाना पर एक विद्यार्थी से प्र्शन्न पूछ लिया तो उनपर केस हुआ ..जब जमानत पर छूटकर आये तो उनपर एक हमला हुआ और उनका एक हाथ काट दिया इस हमले को करने के पीछे भी pfi का हाथ सामने आया और ३० से ज्यादा pfi के लोग गिफ्तार किये गए , साथ ही आज pfi के स्थापना दिवस पर आज लखनऊ से दो लोगो को गिरफतार किया गया हैं ये अपने स्थापना दिवस पर लखनऊ को दहलाने के लिए निकले थे इनके साथ कई हथियार व विडफोटक सामग्रियां थी ,इन दोनों ने खुलासा किया हैं कि इनके निशाने पर कई हिंदूवादी नेता भी थे वही पफी अब उज्जैन में पॉपुलर फ्रंट डे माना रहीं हैं १७ फरवरी की सुबह उज्जैन के पांच क्षेत्रो में इन्होने पफी का झंडा फहरया जिनमे एक बेगमबाग भी हैं वहीँ बेगमबाग जहा से २५ दिसंबर २०२० को गीता जयंती पर राम मंदिर निधि समर्पण के लिए निकल रही रैली में घरो की छतो से कार्यकर्ताओ पर बच्चे व महिलाये पथराव कर रहे थे और पुरुष रास्ता रोककर कार्यकर्ताओ को लट्ठ ,पाइप और लोहे के सरियो से मार रहें थे pfi द्वारा उज्जैन के नागोरी में आज जनसभा का भी आयोजन किया जा रहा हैं …….पहले उज्जैन में रैली पर हमला और अब pfi के उज्जैन में इस प्रकार के आयोजन का होना कही किसी बड़े षड्यंत्र की भूमिका तो नहीं हैं एक एक व्यक्ति को और शासन प्रसाशन को सोचना चाहिए

#Pfi#Pfi_Terror_Organization#Ujjain

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