खंडवा जिला मॉब लिंचिंग घटना

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खंडवा विभाग केंद्र से 1.5 किलोमीटर दूर दीपला ग्राम में निवासरत संघ कार्यकर्ता राजेश पिता रमेश फूलमाली की निर्मम हत्या हुई। संघ कार्यकर्ता द्वारा फेसबुक पोस्ट जो कि राष्ट्र विरोधी विचारों की थी उसका पुरजोर विरोध फेसबुक पर किया, व उसी ग्राम दीपला के निवासी सलमान पिता करीम, वाहिद खान पिता गुल्लू, आमीन पिता हन्नू, शाहरुख पिता जंग इन्होंने ग्राम को एकत्रित कर पवन एवं राजेश को जान से मारने की योजना बनाई।
प्रातः राजेश को मुस्लिम पक्ष द्वारा उनके घर बुलवाया गया। जिसमें दोनों पक्षों द्वारा आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए, एवं मुस्लिम समुदाय द्वारा पवन व राजेश को 100-150 लोगों द्वारा घेर लिया गया।
उसके पश्चात लगातार दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा जान से मारने की धमकी मिलती रही, धमकी मिलने पर पवन, राजेश रामनगर चौकी जो कि कोतवाली थाना खंडवा के अंतर्गत आती है वहां FIR लिखवाई जिसमें पुलिस द्वारा धारा 188 सलमान पिता करीम, आमीन पिता हन्नू, शाहरुख, वाहिद खान इनकी FIR लिखी गई।
चौकी प्रभारी द्वारा इन सभी आरोपियों से रिश्वत (15000) लेकर प्रभारी द्वारा मामला दबाने का प्रयास किया गया। अपराधियों को छूट मिलने पर उनके द्वारा मुस्लिम पक्ष के अन्य लोगों ने राजेश की हत्या की साजिश रची घटना के पूर्व राजेश की बहन से अभद्र व्यवहार एवं शिव पिता गोपाल जो कि राजेश का मित्र है उसे भी जान से मारने का प्रयास किया गया। जिसमें बीच-बचाव में आए पवन एवं राजेश की बहन पर 30-40 लोगों द्वारा पत्थर बरसाए गए एवं हथियारों से हमला किया गया।
जिसमें राजेश के सर पर धारदार हथियार से वार किया गया। जिससे वह बेहोश हो गया पवन द्वारा बचाव में आने पर एवं पवन पर भी सिर पर धारदार हथियार से हमला हुआ। जिससे पवन के सिर पर गहरे घाव हुए राजेश की बहन शीला दीदी को आरोपी द्वारा धारदार हथियार से पूरे शरीर पर वार किया गए।
प्रशासन के आने पर भी घटना रुकी नहीं। आरोपी लगातार राजेश को बेहोशी में भी मारते रहे कुछ समय पश्चात 100 डायल से जिला चिकित्सालय खंडवा ले जाया गया। जिला चिकित्सालय में राजेश अत्यंत गंभीर अवस्था में चिकित्सक द्वारा राजेश को इंदौर रेफर किया गया। कुछ दिन के उपचार के बाद राजेश का देहांत हो गया दिनांक 16 2020 को अंतिम संस्कार किया।
इस घटना को देखते हुए हिंदू संगठनों द्वारा भी घोर विरोध प्रकट किया गया। एवं परिवार के दुखों को कम करने का प्रयास किया गया। हिंदू संगठनों द्वारा प्रेस रिलीज भी जारी की गई।
परिवार ने प्रशासन से परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी एवं आर्थिक सहायता की मांग की गई। राजेश की एक पुत्री जो कि 1 वर्ष की आयु की है उसके भविष्य की चिंता करते हुए परिवार ने यह मांग रखी और साथ ही राजेश के परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय है। राजेश के इंदौर चिकित्सालय में 10 लाख रुपए लगे जिससे भी परिवार की स्थिति असामान्य हुई।

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