पर्यावरण दिवस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पृथ्वी पर पर्यावरण के संकट को समझकर उसके निदान की दृष्टि से पर्यावरण पर लोक जागरण हो सके इसको ध्यान में रखकर अपने नियमित कार्य में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि को विगत वर्ष से जोड़ा है। इस गतिविधि में समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए यह गतिविधि पानी, पेड़ और पॉलिथीन इन तीनों पर काम कर रही है।
पानी बचाओ, पानी बढ़ाओ। पेड़ पौधे लगाओ, पॉलिथीन का उपयोग बंद करो, पॉलीथिन हटाओ इन तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पर्यावरण गतिविधि विगत 2 वर्षों से कार्यरत है। पिछले दिनों लॉकडाउन के दौरान समाज के अंदर पर्यावरण के प्रति जागरूकता बनी रहे इसको दृष्टिगत रखते हुए 4 अप्रैल पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय स्तर पर ई-प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें चित्रकला, तुलसी गमला सजाओ, पोस्टर इत्यादि की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें देशभर के 15000  प्रतियोगियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में मालवा प्रांत के 579 प्रतियोगियों ने भाग लिया। 5 जून पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण गतिविधि में अखिल भारतीय स्तर पर एक पर्यावरण पखवाड़ा मनाया। जिसमें पर्यावरण प्रहरी और फाइव स्टार संकल्पित घर इस प्रकार के दो चरण रहे। पर्यावरण प्रहरी अर्थात व्हाट्सएप ग्रुप बनाना, जिसमें समाज के पर्यावरण प्रेमी लोगों का वह समूह रहे और समाज में पर्यावरण के लिए हो रहे छोटे-मोटे, छोटे-बड़े सभी कार्यों का चित्रण उस व्हाट्सएप समूह में करना और उसका विस्तार समाज तक करना ताकि समाज पर्यावरण के सुधार के लिए पर्यावरण के प्रति जागरूक हो।
फाइव स्टार हरित घर संकल्पित परिवार इसके अंतर्गत संघ ने 5 बिंदु ऐसे दिए हैं उन पांच बिंदुओं में से कोई एक भी कार्य यदि परिवार संकल्प करके करता है तो उस परिवार को फाइव स्टार संकल्पित घर कहते है। वह बिंदु निम्नानुसार है।
1. घर का पानी घर में, इसके अंतर्गत घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना तथा दैनिक जीवन में जल के अपव्यय को रोकना इत्यादि।
2. घर का कचरा घर में इसके अंतर्गत कचरे का 2 स्वरूपों में विभाजन करना एक गिला कचरा, एक सूखा कचरा गीले कचरे से किचन गार्डन इत्यादि को प्रोत्साहित करना और सूखा कचरा घर में ही एक जगह डंप करके उसका उचित प्रयोग करना।
3. घर की ऑक्सीजन घर में, घर के आंगन में पौधों का रोपण करना यदि स्थानाभाव है तो गमलों में कम से कम 5 औषधीय पौधे अवश्य लगावे ऐसा आग्रह।
4. पक्षी घर, हम सब जानते हैं कि आज जहां हमारा मकान बना हुआ है वहां कभी जंगल था और उस जंगल में किसी पेड़ पर उस पक्षी का घर था जो हम ने अपने स्वार्थ वश उस को कटवा करके अपना आवास बना लिया है तो अभी हमारा दायित्व है कि हम उस पक्षी को भी आवास दें इस दृष्टि से अपने घरों में उचित स्थान पर पक्षी के रहने योग्य स्थान दें साथ ही उसके पानी और दाने की व्यवस्था भी करें।
5. ऊर्जा बचत बिजली की बचत ही बिजली का उत्पादन है यह भाव जागरण सोलर विद्युत उत्पादन के लिए प्रेरित करना तथा 15 दिन में एक बार अग्निहोत्र हवन घर में अवश्य करें अखिल भारतीय अभियान में मालवा प्रांत ने भी इस अभियान को चलाया उसी के अंतर्गत मालवा प्रांत में पर्यावरण प्रहरियों का पंजीयन 2899 तथा फाइव स्टार संकल्प परिवार का पंजीयन 2405 का हुआ।
उक्त जानकारी श्री द्रविन्द्र जी मोरे पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत टोली सदस्य ने दी।

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