मथुरा में ईदगाह परिसर में पांच वक्त की नमाज पढ़ी जाने का मामला सामने आया है। इस पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति ने आपत्ति जताई है। परिसर में पांच वक्त की नमाज पढ़ने की अनुमति किसने दी है, इस पर सवाल उठ रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति ने नगर प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर एतराज जताया है। समिति का कहना है ईदगाह परिसर में ईद की नमाज ही पढ़ी जाती थी, रोज की नमाज को बंद किया जाए।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति के प्रमुख एडवोकेट एमपी सिंह ने सवाल उठाया कि यहां पिछले कुछ दिनों से पांच वक्त की नमाज पढ़ने की इजाजत किसने दी? यहां का मामला अदालत में विचाराधीन है तो रोज की नमाज कैसे हो रही है? उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में साधु-संत समाज के साथ नगर प्रशासन को ज्ञापन देकर विरोध जताते हुए इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
महामंडलेश्वर चित्त प्रकाशानंद, सुरेशानंद परमहंस ने कहा कि ईदगाह मस्जिद, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर को तोड़कर बनाई गई है। इसके सारे चिन्ह शंख, चक्र आदि वहां दीवारों में मौजूद हैं और नमाज के लिए जाने वाले मुस्लिमों द्वारा इन चिन्हों को मिटाए जाने का भय है, लिहाजा प्रशासन इस पर रोक लगाए। उधर हिन्दू महासभा ने यहां 6 दिसंबर को बाल गोपाल का जलाभिषेक करने के संकल्प को दोहराया है।