स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त राष्ट्र सेविका समिति मध्य भारत प्रांत द्वारा हस्तलिखित ‘ आहुति” तैयार किया गया जिसका विमोचन कार्यक्रम 19 फरवरी को ग्राहक पंचायत कार्यालय के सभागृह मे संपन्न हुआ ।
कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे जीजामाता कॉलेज की प्राध्यापिका व प्रसिद्ध लेखिका डॉ मीनाक्षी स्वामी जी उपस्थित थी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ विकास जी दवे रहें ।
विमोचन के बाद हस्तलिखित “आहुति” तैयार करने मे जिन जिन बहनो ने सहयोग दिया उनका भी सम्मान किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ विकास जी दवे ने स्वतंत्रता संग्राम की तरह ही आज भी आहुति देने की आवश्यकता है यह बात प्रमुखता से रखी।
आहुति का विषय है ” स्वतंत्रता आन्दोलन मे सामाजिक साहित्यिक व शैक्षिक योगदान” है जिसमे 56 लेख है जो मध्य भारत प्रांत की सेविकाओने ही लिखे है।
साथ ही देवी अहिल्या सेवा न्यास द्वारा प्रकाशित पुस्तक “सत्तावनी क्रान्ति के अज्ञात पृष्ठ”
जिसे ग्वालियर के स्वतंत्रता सेनानी स्व श्रीनिवास हर्ड़िकर जी द्वारा लिखा गया है उसका भी विमोचन हुआ।
मुख्य अतिथि का स्वागत देवी अहिल्या सेवा न्यास की अध्यक्ष सुश्री भारती कुशवाह व मुख्य वक्ता का स्वागत न्यास की सचिव श्रीमती श्रुति केलकर जी ने किया। संचालन रेणुका पिंगले ने व आभार प्रदर्शन प्रांत कार्यवाहिका मा अनघा साठे जी ने किया।