August 17, 202021 0
डॉ .मोहन भागवत ने कहा- “यह देश एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करने वाला रहेगा...
समाज के सहयोग से संघ के द्वारा चलाएं जा रहे प्रकल्पों पर चर्चा हुई। इस कोरोनाकाल में प्रवासी श्रमिकों के बीच स्वयंसेवक जो कार्य कर रहे है, उसका वृत्त कथन हुआ। इस कार्य के लिए समाज के कई व्यक्तियों से और सामाजिक संस्थाओं से भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ, इसका भी इस बैठक में प्रमुखता से उल्लेख हुआ।
पर्यावरण, स्वदेशी, ग्राम विकास और सामाजिक समरसता इन विषयों पर संघ अनेक वर्षों से कार्य कर रहा है। समाज के ज्वलंत विषयों पर जो कार्य हो रहे है, इसकी भी चर्चा इस बैठक में हुई।
बैठक के समापन सत्र में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने अपने उद्बोधन में कहा- “भारत की जलवायु, भारत की भूमि, भारत की मान्यताएं, भारत की परंपराएं, भारत का सामर्थ्य इतना है कि, यदि हम सब संकल्प लेंगे तो भारत को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कठिनाई नहीं है।