आज बडा सुखद संयोग बन रहा हैं कि गुरु नानक देव जी की ५५५ वी जयंती,…
रामलला के विराजमान होने के बाद मनाई गई पहली दीपावली
इस बार अयोध्या की दीपावली विशेष थी | 500 वर्षों बाद यह पहला अवसर था ,…
बिरसा मुंडा जयंती – आर्य अनार्य के झूठे विमर्श के अवसान का अवसर
बिरसा मुंडा महान क्रांतिकारी थे, जनजातीय समाज को साथ लेकर उलगुलान किया था उन्होने। उलगुलान अर्थात…
आयुर्वेद प्रवर्तक आदिदेव भगवान धन्वंतरी जयंती विशेष
भगवान धन्वंतरि की जयंती कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी धन्वंतरि जयंती अथवा धनतेरस के दिन माना जाता है।…
बहराइच की हिंसा के निहितार्थ एवं कटू सत्य।
गंगा ज़मनी तहजीब की दुहाई देने वालों अब वक्त आ गया है कि हिंदू जनमानस को…
हिंदू संस्कृति के मूल में है जनजाति नवरात्र ज्वारे परंपरा
भारत की संस्कृति का हृदय स्थल है झाबुआ जहां जनजाति संस्कृति की आत्मा बसती है आज…
भाद्रपद मास में ही 15 दिनों का पितृपक्ष हम क्यों मनाते हैं..???
पितर का अर्थ होता है। पालन या रक्षण करने वाला। पितर शब्द “पा रक्षणे” धातु से…
मध्यप्रदेश नदियों का मायका कहलाता है।
मध्यप्रदेश नदियों का मायका कहलाता है। क्योंकि यहाँ से कई नदियों का उद्गम हुआ है।नर्मदा, चम्बल,सोन,…
नई शिक्षा नीति युवा पीढ़ी को बुनियादी और आत्मनिर्भर बनाएगी
1986 के बाद नई शिक्षा नीति को 2020 में केंद्रीय सरकार ने स्वीकृति प्रदान किया। नई…
सावरकर की दृष्टि में एकता और समरसता का प्रचारक है ‘गणेशोत्सव’
वीर विनायक दामोदर सावरकर एक ऐसे आशावादी ध्येयनिष्ठ चिंतक थे, जिन्हें प्रत्येक निमित्त में उद्देश्यपूर्ति की…