पत्रिकाएं विचार परिर्वतन का कारण बनती हैं- पं भीमाशंकर शास्त्री

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पत्रिकाएं हमारी बुद्धि में सकारात्मक भाव जाग्रत करती है! वे पत्रिकाएं ही होती हैं जो समाज जागरण का कार्य करती हैं! ऐसी समाज जागरण की पत्रिकाएं पढ़नी चाहिए जिससे समाज को उचित मार्गदर्शन मिल सकें! उक्त विचार भागवताचार्य पं भीमाशंकर शास्त्री जी ने विश्व संवाद केन्द्र की जागरण पत्रिका जाग्रत मालवा के विमोचन के कार्यक्रम में अपने आशीर्वचन में कहीं! कार्यक्रम का शुभारंभ भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया! कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मालवा प्रान्त के सह सामाजिक समरसता प्रमुख दशरथ सिंह जी झाला ने कहा कि मालवा क्षेत्र की अपनी अलग विशेषता है यहाँ का बुद्धिजीवी वर्ग पूरे देश मे अपनी एक अलग पहचान रखता हैं! यह पत्रिका कोरोना सेवा विशेषांक के रूप में विमोचित हुई हैं! जिसमें समाज के सभी वर्गों द्वारा किये गए सेवा कार्यो को समाहित किया गया हैं! कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला जनसंपर्क अधिकारी श्री ईश्वर जी चौहान ने की! विश्व संवाद केन्द्र द्वारा प्रतिवर्ष नारद जयंती कार्यक्रम आयोजित किया जाता है परन्तु कोरोना काल के कारण इस वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पाया था, उसी को दृष्टिगत रखते हुवे विश्व संवाद केंद्र मालवा द्वारा पं भीमाशंकर जी सहित अतिथियों द्वारा पत्रकारों का सम्मान किया गया! अतिथि परिचय प्रहलाद पिंटू जी शर्मा एवं आभार ऋषिकेश अग्रवाल ने माना!

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