डाॅ हेडगेवार स्मारक समिति का यह भवन समाज द्वारा निर्मित है और समाज के उपयोग के लिए है, यह भवन लोक को ही अर्पण है, इसलिए यह “लोकार्पण” है – दत्तात्रेय होसबाले* (सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संंघ)
डाॅ हेडगेवार स्मारक समिति का यह भवन समाज द्वारा निर्मित है और समाज के उपयोग के लिए है, यह भवन लोक को ही अर्पण है, इसलिए यह “लोकार्पण” है, जैसे “त्वदीय वस्तु गोविन्दम तुभ्यमेव समर्पये” उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह माननीय दत्तात्रेय होसबाले ने डॉ हेडगेवार स्मारक समिति के नवनिर्मित भवन “सुदर्शन” के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रकट किए।
सरकार्यवाह जी ने आगे कहा कि डाॅ हेडगेवार स्मारक समिति ने कभी विचार नहीं किया कि हमारी संपत्ति होनी चाहिए, किंतु कार्य के सतत विस्तार और प्रशिक्षण के लिए स्थान की आवश्यकता होने के कारण इस भवन का निर्माण हुआ है। संपूर्ण देश में स्वयंसेवकों द्वारा समाज में विविध सेवा कार्य, आपदा एवं राहत कार्य चलाए जा रहें है, उसके लिए समय -समय पर प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, इसलिए भवन में प्रशिक्षण कक्षों का निर्माण भी किया गया है।
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि इस कार्यालय का नाम पूजनीय सुदर्शनजी के नाम पर रखा गया है, सुदर्शन जी सदैव भारत के “स्व” को दृढ़ करने के लिए सम्पूर्ण समाज से आग्रह करते थे, कार्यालय के लोकार्पण का यह दिन सुदर्शनजी के उसी संकल्प और स्वप्न को पूर्ण करने के निश्चय का दिन है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में भवन निर्माण में लगे श्रम साधकों का सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी,क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी जी, प्रांत संघचालक प्रकाश शास्त्री जी और मुकेश मोड़ जी ने शॉल- श्रीफल से सम्मान किया।
डॉ हेडगेवार स्मारक समिति के अध्यक्ष ईश्वर दास जी हिंदुजा ने समिति के निर्माण, उसके प्रकल्प, इतिहास और नए कार्यालय “सुदर्शन” के निर्माण की भूमिका सभी के सम्मुख स्पष्ट की।
कार्यक्रम का संचालन श्री विनीत नवाथे ने किया।
सभी विशेष आमंत्रित समाज जनों एवं स्वयंसेवकों के साथ श्री दत्तात्रेय जी होसबाले ने नवनिर्मित भवन का अवलोकन कर भवन के उत्कृष्ट निर्माण के पीछे सभी कार्यकर्ताओं के निरंतर परिश्रम व समर्पण भाव का प्राकट्य बताया।
कार्यक्रम के अंत में डाॅ हेडगेवार स्मारक के सचिव राकेश जी यादव ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनेक वरिष्ठ स्वयंसेवकों के साथ अभा कार्यकारिणी सदस्य मा सुरेश जी सोनी , मध्य-क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक दीपक जी विस्पुते , गुणवंत जी कोठारी , कृष्ण कुमार जी आष्ठाना आदि वरिष्ठ जन उपस्थित रहे ।