चुनाव आयोग ने 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश में होगी। सभी राज्यों में 10 मार्च को मतगणना होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि देश में 5 राज्यों की 690 विधानसभाओं में चुनाव कराए जाएंगे। 18.34 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे। कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटकॉल लागू किए जाएंगे।
रोड शो, रैली पर रोक
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव आयोग ने आज से 15 जनवरी तक रोड शो, रैली, साइकिल रैली, पद यात्रा तक रोक पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है। 15 जनवरी के बाद पर इस पर विचार किया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए करें। फिजिकल प्रचार के पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल कम से कम करें। इसके अलावा रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई प्रचार, जन संपर्क राजनीतिक पार्टियां नहीं कर सकेंगी। विजय जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा। पार्टियों को तय जगहों पर ही सभा करने की अनुमति होगी। सभी पार्टियों और उम्मीदवारों को अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करेंगे।
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव का शेड्यूल
पहला चरण: 10 फरवरी
उत्तर प्रदेश
दूसरा चरण: 14 फरवरी
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा
तीसरा चरण: 20 फरवरी
उत्तर प्रदेश
चौथा चरण: 23 फरवरी
उत्तर प्रदेश
पांचवा चरण: 27 फरवरी
उत्तर प्रदेश, मणिपुर
छठवां चरण: 3 मार्च
उत्तर प्रदेश, मणिपुर
सातवां चरण: 7 मार्च
उत्तर प्रदेश
मतगणना- 10 मार्च
पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक फेज में चुनाव होगा। 14 फरवरी को वोटिंग होगी। वहीं, मणिपुर में दो चरण में चुनाव होगा। 27 फरवरी को पहले चरण और 3 मार्च को दूसरे चरण का मतदान होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा है कि इस बार 5 राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव होंगे। कोविड सेफ इलेक्शन कराना चुनाव आयोग का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चुनाव कराना चुनौती पूर्ण है। चुनाव आयोग ने 3 लक्ष्यों पर काम किया है। ये लक्ष्य हैं कोविड सेफ इलेक्शन, आसान इलेक्शन, और मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करना है।
24.9 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सर्विस मतदाता को मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता हिस्सा लेंगे, जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनमें से 11.4 लाख लड़कियां पहली बार वोटर बनीं हैं। सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे, ताकि लोगों को सुविधा हो। हर बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा।
1250 मतदाताओं पर एक बूथ
सुशील चंद्र ने बताया कि इस बार 1250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया है, पिछले चुनाव की तुलना में 16 फीसदी बूथ बढ़ गए हैं। इस बाद 1620 बूथ को महिला पोलिंगकर्मी मैनेज करेंगी। वही, 900 आब्जर्बर चुनाव पर नजर रखेंगे। सरकारी कर्मचारियों के अलावा 80 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों, दिव्यांगों और कोविड प्रभावित लोगों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की गई है।
कोविड पॉजिटिव के घर जाएगी चुनाव आयोग की टीम
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोविड प्रभावित या कोविड संदिग्ध के घर आयोग की टीम विशेष वैन से जाएगी और वोट डलवा कर आएगी। इन्हें बैलेट पेपर से वोट डालने का अधिकार मिलेगा। हर बूथ पर दिव्यांगों के लिए विशेष इंतजाम होंगे और वॉलेंटियर उनकी मदद करेंगे। सभी बूथ पर व्हील चेयर भी होगी। संवेदनशील बूथों पर वीडिओग्राफी होगी। पांचों राज्यों में एक लाख से ज्यादा बूथों पर लाइव वेबकास्ट होगा। ऑब्जर्वर भी ज्यादा संख्या में तैनात होंगे।