विदिशा – जिले के मुरवास जिले में विहिप के प्रांत संगठन मंत्री खगेंद्र भार्गव समेत हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं पर मुस्लिम समुदाय के सैंकड़ों लोगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया. बीते दिनों मुरवास के दबंग वन माफिया फ़क़ीर मोहम्मद ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर दलित सरपंच आशादेवी के पति संतराम बाल्मिकी की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी. प्रान्त संगठन मंत्री खगेन्द्र भार्गव के साथ विहिप एवं हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान मुरवास में 500 से ज्यादा की संख्या में मुसलमानों ने गाड़ियों को घेरकर हमला किया. विहिप के पदाधिकारियों को पुलिस की सुरक्षा में थाने लाया गया, उसके बाद भी बड़ी संख्या में भीड़ ने पुलिस थाने को घेरे रखा. इस दौरान भड़काऊ नारेबाजी भी की गयी.
प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू
घटना के बाद बड़ी संख्या में आस पास के गांवों से विधर्मी भीड़ जमा हो गयी थी, जिससे किसी तरह विहिप और हिन्दू जागरण मंच के नेताओं को बचाया जा सका. पुलिस के समझाने के बाद भी भीड़ शांत होने को तैयार नहीं थी. इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है.
विहिप ने जारी किया बयान
घटना के बाद विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बयान जारी कर के कहा कि “विदिशा में वाल्मीकि समाज से जुड़ीं सरपंच के पति श्री संतराम धौलपुरिया की इस्लामिक जिहादियों द्वारा हत्या व उनसे मिलने गए विहिप पदाधिकारियों पर पत्थरों व गोलियों से हमला बेहद निंदनीय है। घटना ने मीम और भीम के नारे लगाने वालों की भी पोल खोल दी है.”
विश्व हिन्दू परिषद्, मध्यभारत द्वारा भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर घटना की निंदा की गयी, विज्ञप्ति में स्थानीय हिन्दू परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की गई. विहिप मध्यभारत प्रान्त ने अपने विज्ञप्ति में कहा है कि “ इस घटना से आप सभी समझ सकते है कि जब बाहर से आने वालों पर ये हमला कर सकते हैं, तो इस क्षेत्र के हिंदूओ की स्थिति कितनी भयावह होगी। प्रान्त मंत्री पप्पू वर्मा जी ने कहा कि यह घटना बहुत ही गम्भीर है, प्रशासन तुरंत हमला करने वालों पर कार्यवाही करे। वर्मा जी ने चेतावनी देते हुये कहा कि इस घटना पर प्रशासन तुरंत कार्यवाही करें, वर्ना हिन्दू समाज स्वयं उत्तर देगा। साथ ही वहां के वाल्मीकि समाज के बंधुओं को सुरक्षा प्रदान की जाए।”
क्या है पूरा मामला ?
विदिशा जिले की लटेरी तहसील के अंतर्गत आने वाले मुरवास गांव में दबंग वन माफियाओं ने दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले संतराम बाल्मीकि की ट्रैक्टर से कुचल कर निर्मम हत्या कर दी थी। संतराम बीते वर्षों से लगातार इन मुस्लिम वन माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे जिससे आक्रोशित माफियाओं ने भरी दोपहर में संतराम बाल्मीकि की ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी।
हत्या की खबर लगते ही सिरोंज सहित लटेरी के कई समाजिक संगठनों के लोग मुरवास पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए सड़क पर चक्का जाम कर डाला। गौरतलब है कि वनभूमि पर माफियाओं सहित वनविभाग का संरक्षण प्राप्त माफियाओं के द्वारा हजारों बीघा पर मुरवास क्षेत्र में भारी अतिक्रमण पसरा हुआ है। वन विकास निगम की मिलीभगत के चलते माफियाओं पर कोई ठोस कार्यवाही नही होने के कारण वन प्रेमी सरपंच पति सन्तराम की जघन्य हत्या कर दी गई।