भारतीय परिप्रेक्ष्य में मानवाधिकार

भारतीय धर्म ग्रंथ कहते हैं। जब राजा, प्रजा, पुत्र, पिता, मित्र, सैन्य, सभी अपने कर्तव्यों का…

सामाजिक समरसता के शिल्पकार बाबा साहेब आम्बेडकर

भारतीय संविधान के निर्माता कहे जाने वाले डॉ. भीमराव आम्बेडकर के बारे में बहुत सी भ्रातियां…

लाचित बरफुकन अदम्य साहस के परिचायक

मुगलों के काल लाचित बोड़फुकन का जन्म आज ही के दिन 24 नवम्बर, 1622 को हुआ…

‘राम’ हम धन्य हुयें, भगवान श्रीराम की कृपा से कविता रूपी स्तुती

‘राम’ हम धन्य हुयें वर्षों के अथक प्रयासों से,प्राणों के अनंत कयासों सें,तुम आयें मिथक मिटाने…

भारतीय त्योहारों में छिपे समरसता के अद्भुत सूत्र

मैकॉले प्रणीत शिक्षा-पद्धत्ति का दोष कहें या छीजते विश्वासों का दौर – हमारा मन अपने ही…

प्रकाश की श्रंखला,जिससे पूरा जगत जगमगाए।

जीवन में पर्व, उत्सवों, त्यौहारों का होना मनुष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। जिस तरह मीन…

मंदिर आधारित अर्थव्यवस्था से बढ़ रहा भारत

भारत एक ऐसा देश है जहाँ की धरती विभिन्न संस्कृति और रीति रिवाजों से पोषित और…

स्वराज अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-6 मातृभूमि को अपने खून का अर्ध्य देकर खुदीराम ने खोद दी अंग्रेजों की कब्र

सन 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बाद देश में एक राजनीतिक लहर चली…

स्वराज अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-5 फांसी पर लटके वीर माता के तीनों पुत्र

भारतीयों का कल्याण अंग्रेज शासकों का उद्देश्य कभी नहीं रहा। भारत को लूटकर अपने देश इंग्लैण्डको…

स्वराज अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-4 क़ानून और इंसानियत का गला घोटकर तोप से उड़ा दिए गए नामधारी सेनानी

स्वधर्म और स्वराज के लिए 1857 में हुए देशव्यापी स्वतंत्रता संग्राम के बाद स्वतंत्रभारतीय गणतंत्र की…