मुस्लिम लोगों ने परिक्रमावासियों के साथ अभद्रता की और ऊन पर अचानक थूकना प्रारंभ कर दिया

सनातन संस्कृति में पुण्य सलिला “मां नर्मदा” का बड़ा महत्व है। मां नर्मदा के दर्शन और स्नान से लोग अपने जीवन को धन्य करते हैं । इसी प्रकार माँ नर्मदा की परिक्रमा भी अध्यात्मिक रूप से कई लोगों के जीवन का सपना होती है। भारत ही नहीं विदेश से भी कई श्रद्धालु मां नर्मदा की परिक्रमा के लिए चले आते हैं और नर्मदा परिक्रमापथ अनेक श्रद्धालु भक्तों से भरा रहता है | पूरे परिक्रमा पथ पर हिंदू समाजजन बड़े स्नेह से, नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए विभिन्न सुविधाओं को जुटाने का प्रयास करते हैं । नर्मदा तट पर इन परिक्रमावासियों को बड़ी ही श्रद्धा की दृष्टि से देखा जाता है । इसलिए देवास जिले की खातेगांव तहसील के तमखान नामक गांव में परिक्रमावासियों के साथ जो अपमानजनक व्यवहार हुआ उसे संपूर्ण हिंदू समाज में रोष व्याप्त हो गया है।
तमखान नर्मदा तट पर स्थित एक गाँव है, यहाँ मे मुस्लिम समाज के लोग भी निवास करते हैं । कल यहां से बड़वानी क्षेत्र के परिक्रमावासी दम्पत्ति गुजर रहे थे । अपनी परिक्रमा करते हुए दान पुण्य की भावना और बच्चों के प्रति स्नेहवश वे स्थानीय छोटे-छोटे बच्चों में चॉकलेट बाँटने लगे, तभी पास से गुंजते ट्रैक्टर में बैठे हुए मुस्लिम लोगों ने परिक्रमावासियों के साथ अभद्रता की और ऊन पर अचानक थूकना प्रारंभ कर दिया । इससे पहले की परिक्रमावासी कुछ समझ पाते थूकने वाले वहाँ से भाग लिए ।
परिक्रमावासी संख्या में कम थे और इस अनायास हुई घटना से अचंभित भी थे। थूकजिहादी तो अपना काम करके निकल चुके थे सो यही प्रभु इच्छा मानकर परिक्रमावासी अगले गांव राजोरा के लिए आगे बढ़ गए । राजोरा के ग्रामीणों ने जब इन परिक्रमावासियों के गंदे और खराब कपड़े देखे तो सहज ही उनसे इसके बारे में पूछा। जब परिक्रमावासियों के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना के बारे मे पता चला तो स्थानीय समाज में आक्रोश फ़ाइल गया । परिक्रमावासियों के साथ ऐसा व्यवहार आज तक सुनने में नहीं आया था इसलिए यह घटना सबके लिए आश्चर्यजनक और पीड़ा देने वाली भी थी। हाँलाकी ग्रामीणों की सहायता से थूक जिहादियों को पहचान लिया गया है। सभी ग्रामीणों ने मिलकर परिक्रमावासियों के साथ पुलिस से संपर्क किया और थूक जिहादियों मोहसीन , अकरम और इसलाम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है । बताया जा रहा है की तीनों ही आरोंपी नर्मदा तट से रेत के अवैध खनन से जुड़े हुए हैं ।
इस घटना के बाद सर्व हिन्दू समाज ने बैठक कर खातेगांव नगर बंद का आव्हान किया है । वहाँ तामखान जिसका अब परिवर्तित नाम कान्हापुर हो गया है वहाँ एक सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मस्जिद बनायी गयी है उसका विध्वंश व वहाँ जो मुस्लिम वहाँ माँ नर्मदा की रेत बेचते है उनका जो भी खदान है उनको बंद किया जाना चाहिए और आरोपियों को जेल भेजा जाए।

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