कार्यकर्ता प्रशिक्षण के द्वारा सभी मातृछाया, शिशुगृहों का संकलन समन्वय और बच्चों के कल्याण के क्षेत्र में Best Practice को विकसित करना है।
राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा देशभर में संचालित प्रकल्प “मातृछाया”( शिशुगृह) के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण वर्ग इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। मातृछाया (शिशु गृह) के माध्यम से 0-6 वर्ष के नवजात, निराश्रित, परित्यक्त, अनाथ, शिशुओं का पालन पोषण कर उन्हें निःसंतान दम्पतियों को कानूनी प्रक्रियाओं के माध्यम से गोद दिया जाता है।
इस कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग में पूरे देश की मातृछाया शिशुग्रहों से 14 प्रांत के- 80 कार्यकर्ता सम्मिलित हुए हैं।
इस कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता श्री विजय जी पुराणिक
( महामंत्री राष्ट्रीय सेवा भारती) द्वारा बताया गया कि इस कार्यकर्ता प्रशिक्षण के द्वारा सभी मातृछाया, शिशुग्रहों का संकलन समन्वय और बच्चों के कल्याण के क्षेत्र में best practice को विकसित करना है।
आगे उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति की संकल्पना से विकसित हुआ नाम “मातृछाया है।
मातृछाया (शिशुगृहों) में भारतीय संस्कृति के अनुसार शिशुगृहों का आयु अनुसार संस्कारों की अभिपूर्ति की जाती है।