राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष निकलने वाले पथ संचलन इस वर्ष ऐतिहासिक रूप में निकला। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए संचलन को सामूहिक ना निकालते हुए संघ रचना की सभी बस्तियों में निकाला गया।
सभी संचलनो को एक स्वरूप देते हुए एक ही ध्वज को क्रमशः सभी 14 बस्तियों में निकाला गया। संचलन का मार्ग कुल 48.4 किलोमीटर रहा। पूरे संचलन का नगर भर में घर-घर से आरती उतारकर, दीपक लगाकर, रंगोली बनाकर, पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया ।
संचलन का समापन कार्यक्रम किला मैदान पर संपन्न हुआ, जिसमें सभी संचलनो में सहभागी स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री अमित वाणी रहे। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रान्त बौद्धिक प्रमुख श्री सुनील जी बाहुल ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा की
- 96 वर्ष पूर्व हिन्दू समाज के संगठन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की गई थी।
- 2025 में आरएसएस 100 वर्ष पूर्ण कर लेगा। एक समय था जब लोग अपने आप को हिन्दू कहने में शर्म महसूस करते थे। उस समय केशव बलिराम हेडगेवार जी ने समाज मे हिन्दू संगठन का विश्वास दिलवाया। आज प्रत्येक हिन्दू को अपने आप मे हिन्दू कहने में गर्व महसूस होता है।
कोरोना काल मे भी स्वयंसेवको ने अभूतपूर्व सेवा की है।
- पर्यावरण संवृक्षण के लिए भी आरएसएस कार्यरत है ।
सामाजिक समरसता में भी आरएसएस कार्यरत है छुवाछुत समाज मे कुरीति है जिसे भी आरएसएस समाज से हटाने का कार्य कर रहा है।
संघ कार्य ईश्वरीय कार्य है। समय प्रबंधन की अनूठी मिसाल दुनिया भर में समय प्रबंधन एवं अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाले संघ ने नगर के 13 प्रमुख चौराहों पर पूर्व से तय समय पर ही 2 संचलनो का संगम करवाकर ध्वज प्रदान किया, जो कि पूरे नगर में चर्चा का विषय रहा। अन्य प्रदेश से बुलानी पड़ी गणवेश संचलन के चरैवेति स्वरूप के कारण उत्साहित स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर गणवेश बनवाने के लिए प्रयास किया। जिसके कारण गणवेश इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन एवं राजस्थान के बांसवाड़ा से गणवेश बुलवाई गई। घोष भी रहा आकर्षण का केंद्र नया घोष इस वर्ष मेरठ से बुलवाया गया था। बहुत अधिक संख्या में संचलन होने के कारण घोष की 4 नई इकाइयों का निर्माण किया गया। जिसमें 60 वादको ने स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते हुए संचलन की गरिमा बढ़ाई। सरसहकार्यवाह जी के प्रवास तक संघ कार्य होगा और भी मजबूत - आगामी माह में संघ के सहसरकार्यवाह जी का प्रवास धार नगर में होना है। उनके प्रवास को आधार मानकर अपने क्षेत्र में संघ कार्य को ओर भी मजबूती प्रदान करने के लिए स्वयंसेवक ओर भी तेजी से प्रयास में जुट गए हैं। इसलिए आगामी माह में संघ का एक विराट स्वरूप नगर में देखने को मिल सकता है।
- उक्त जानकारी माननीय नगर संघचालक विष्णु जी शास्त्री ने दी।