अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक आभासी एवं प्रत्यक्ष माध्यम से भोपाल में दिनांक 01 अगस्त, 2021 को सम्पन्न हुई. बैठक के दौरान आगामी वर्ष की योजना तथा अभियान और कार्यक्रमों की घोषणा हुई.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के शीघ्र क्रियान्वयन के लिये अभाविप प्रत्येक प्रान्त में समिति का गठन करेगी. यह समिति अपने राज्यों में सरकार, प्रशासन एवं विश्वविद्यालयों को सुझाव प्रेषित करेगी एवं तुरंत क्रियान्वयन के लिए प्रयासरत रहेगी.
वर्ष 2022-23 में अभाविप की भी 75वीं वर्षगांठ है, इस उपलक्ष्य में अभाविप ने अगले दो वर्षों में बड़े अभियानो का लक्ष्य लिया है, जिसे पूरा करने के लिए वृहद अभियान चलाया जाएगा. इसके अलावा परिषद की पाठशाला को विस्तृत रूप देने, महिलाओं के स्वास्थ्य एवं सम्बल के लिए ‘ऋतुमति’ अभियान को भी देश भर में आयाम के रूप में स्थापित करना कार्यकारी परिषद में तय हुआ है.
राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में दो प्रस्ताव एवं एक आह्वान पारित किया गया. प्रस्ताव 1 में कोरोना काल में शिक्षा क्षेत्र की समस्याओं को उल्लेखित करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकारों से समाधान की माँग की गई तथा दूसरे प्रस्ताव में देश के वर्तमान परिदृश्य के विषय उल्लेखित करते हुए समाधान की माँग की है. अभाविप ने देश भर के युवाओं से इस वर्ष स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में उत्साह से भाग लेने का आह्वान किया एवं अकीर्तित नायकों को याद करने का आग्रह किया.
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि, “एक दिवसीय बैठक में कोरोना काल में शिक्षा क्षेत्र को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा उनके समाधान की विस्तृत चर्चा हुई. इस वर्ष भारत स्वाधीनता के 75वें वर्ष में प्रवेश करेगा और इसे लेकर विशेष अभियान की योजना की गयी है. स्वाधीनता के इस उत्सव में देश का प्रत्येक नागरिक सहभागी हो यह हमारा प्रयास है.”